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CRPF Jawan ne ki Pakistani ladki se Shadi :: सरहद पार पाकिस्तान से आई CRPF जवान की दुल्हन! ऑनलाईन शादी के 9 महिने बाद हुई मुलाकात।

CRPF Jawan ne ki Pakistani ladki se shadi

CRPF Jawan ne ki Pakistani ladki se Shadi :: पाकिस्तान सरहद पार करके आई CRPF जवान की दुल्हन,  जुलाई 2024 में  ऑनलाइन हुआ था दोनों का निकाह।

CRPF Jawan ne ki Pakistani ladki se Shadi :: सरहद की बंदिशें सियासतदानों के लिए है, प्यार के लिए नहीं। ये बात सच कर दिखाई CRPF के जवान मुनीर अहमद ने।

सरहद की तलिखयां , दुल्हन को वीजा न मिलने की मजबूरिय़ों, ये सब मुनीर और पाकिस्तान की मीनल खान के प्यार में बाधा नही बन सके। वीजा नही मिला तो दोनों ने ऑनलाइन निकाह कर लिया। तो आइये जानते हैं, इस दिलचस्प लव स्टोरी के बारे में।

1 मार्च की तस्वीर

आखिरकार ऑनलाइन शादी के 9 महिने बाद हुई पहली मुलाकात। पिछले साल 24 मई को मुनीर व मीनल के परिवार ने दोनों का ऑनलाइन निकाह करवा दिया,  करीब 9 महिने के इंतजार के बाद वह शुक्रवार की सुबह बाघा बॉर्डर पर पहुँची।

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जम्मू कश्मीर में तैनात CRPF के जवान ने पाकिस्तान की युवती से ऑनलाइन निकाह किया। शादी से पहले मीनल ने वीजा के लिए आवेदन भी कर रखा था । लेकिन वीजा नही मिलने की वजह से जवान और उसका पूरा परिवार पाकिस्तान नही जा सका था। इन दोनों का निकाह पिछले साल मई में हुआ था। करीब 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद मीनल 1 मार्च को अपनी ससुराल पहुंची हैं। लेकिन उसे केवल 15 दिन का ही परमिट मिला है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुनीर अहमद जम्मू के भलवाल तहसील के राबता हंडवाल गांव के रहने वाले है। इस समय वह रियासी जिले के शिवखोडी के रानसू में CRPF की 72वीं  बटालियन में तैनात है।  कुछ वक्त पहले मुनीर का रिश्ता पाकिस्तान के सियालकोट में कोटली फकीर चांद की रहने वाली मीनल खान से हुआ था। मीनल के पिता का नाम असगर खान है। शादी से पहले मुनीर ने वीजा के लिए अप्लाई किया था। लेकिन सरहद पर बढती तल्खियों की वजह से वीजा मिलने में कुछ परेशानी आ गई।

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CRPF Jawan ne ki Pakistani ladki se shadi  :: दोनो ने किया ऑनलाइन निकाह 

आखिरकार पिछले साल 24 मई को मुनीर व मीनल के परिवार ने दोनो की ऑनलाइन निकाह करवा दिया। करीब 9 महिने के इंतजार के बाद वह शुक्रवार की सुबह बाघा बॉर्डर पर पहुंची। बॉर्डर पर अपनी पत्नी को लेने मुनीर पहले से ही पहुंचे हुए थे। मीनल जैसे ही मुनीर के घर पर पहुँची तो परिवार ने उसका स्वागत किया। मुनीर के परिवार वालों ने बताया की 1947 में भारत का बंटवारा हुआ था। इसी में मीनल के परिवार वाले पाकिस्तान चले गए थे। मुनीर के परिवार ने मीनल के भारत आने पर बताया कि बहू सभी तरह के कानूनी अड़चनों को पार करने के बाद में ही भारत पहुंची है। सभी एजेंसियों की तरफ से भी परमिशन ले ली गई थी।

रिश्तेदारों से जुड़ाव बना रहा

मीनल के माता-पिता कई बार रिश्तेदारों से मिलऩे जम्मू आए। हलांकि मीनल पहली बार भारत आई है। परिवारजन के मुताबिक रिश्तेदारी कायम रहे, इसलिए पिछले साल मीनल और मुनीर की शादी की बात छेड़ी गई। इसके बाद दोनों में फोन पर बाते शुरू हुई और दोनो ने रिश्ते के लिए हां कर दी।

24 मई 2024 को वीडियों कॉल पर कबूल है …… क़बूल है .. कुबूल है बोलकर दोनों जिंदगी भर के हमसफर बन गए। मुनीर अहमद की कोशिश जारी है कि जल्द ही मीनल को स्थायी  वीजा मिल जाए।

मुनीर का परिवार बोला – बहु कानूनी प्रोटोकॉल भारत आई।

मीनल के भारत आने पर मुनीर के परिवार ने बताया की बहू को सभी कानूनी प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद ही भारत लाया गया है। सभी एजेंसियों की परमिशन के बाद ही ऐसा हुआ है।

अधिकारियों ने क्या बताया?

अधिकारियों ने बताया की नजीर अहमद के बेटे मुनीर अहमद वर्त्तमान में रियासी जिले के शिव खोरी में CRPF में तैनात हैं, और उन्होंने 24 मई 2024 को ऑनलाइन वीडियों कॉन्फ्रेंस के जरिए मीनल खान से शादी की है। उन्होंने ने कहा, ‘ मीनल पाकिस्तान के पंजाब सियालकोट के गुजरांवाला के कोटली फकीर चंद निवासी मोहम्मद असगर खान की बेटी है। संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए हम उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहे है। ‘

Source – amar ujala, dainik bhaskar

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