CRPF MURDER CASE : झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान गोमिया प्रखंड में हुई झड़प में दो CRPF अधिकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तेनुघाट न्यायालय ने दो जवानों का आजीवन…..
CRPF MURDER CASE :: तेनुघाट/गोमिया : झारखंड विस चुनाव 2019 के दौरान बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के कुर्कनालों में आपसी झड़प में ही CRPF के दो अफसर साहुल हरसन व पूर्णानंद भुईयां की गोली मारकर हत्या में दो जवानों को मंगलवार को तेनुघाट व्यवहार न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सजा सुनाए जाने के बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिला अंतर्गत मोरार निवासी दीपेंद्र यादव एवं मुरैना जिला अंतर्गत घोसा गांव निवासी राजदीप सिंह को तेनुघाट जेल भेज दिया गया। हलांकि ये घटना के बाद से ही जेल में बंद थे। जिला जज प्रथम अनिल कुमार ने यह फैसला दिया। अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक विजय कुमार साहु ने बहस किया।
CRPF MURDER CASE :: क्या था मामला?
उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी कुलदीप सिंह बाना ने चतरोचट्टी थाना प्रभारी के समक्ष बयान दर्ज कराया था कि वह CRPF 226 बटालियन में निरीक्षक/ जीडी के पद पर कार्यरत है। 9 दिसंबर 2019 को झारखंड विस चुनाव में डीयूटी के लिए गोमिया विस अंतर्गत चतरोचट्टी थाना के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुर्कनालों क्लस्टर कंपनी के साथा आया था।
उसने आगे बताया की रात में सहायक उप निरीक्षक पूर्णानंद भुइयां व आरक्षी दीपेंद्र यादव के बीच झड़प हो गई थी। उसके बाद दीपेंद्र यादव कुर्कनालों क्लस्टर के नए भवन में गया, जहां पर वह रहता था। वहां अपने बेड से अपना एके 47 राइफल लेकर भवन से बाहर निकल कर रोड पर ही फायर करते हुए क्लस्टर के पुराने भवन की तरफ आने लगा।
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फिर कैंपस में प्रवेश कर अंधाधुंध फायर करने लगा जिसमें पूर्णानंद भुइयां घायल हो गया। गोली चलने की आवाज सुनकर कंपनी कमांडर साहुल हसन अपने कमरे से अपना एके 47 लेकर आए तो उनको भी दीपेंद्र यादव ने गोली मारकर घायल कर दिया। आरक्षी हरिश्चंद्र खाखोलरी भी इस गोलीकांड में घायल हो गए
घटना के बाद दीपेंद्र यादव भागने लगे, भागने के क्रम में गिरने के कारण उसे भी चोट लगी। सभी घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल आईईएल भेजा गया, जहां चिकित्सक के द्वारा पूर्णानंद भुइयां और साहुल हरसन को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं बेहतर इलाज के लिए हरिश्चंद्र खाखोलरी और दीपेंद्र यादव को चॉपर के द्वारा रांची भेजा गया था।
इस घटना क्रम में आरक्षी राजदीप सिंह के हाथ में एके 47 देखा गया था। दीपेंद्र यादव व राजदीप सिंह दोनो ने काफी शराब पी रखी थी। उस बयान के आधार पर चतरोचट्टी थाना में मामला दर्ज किया गया था।
सोर्स – hindustan.in