दिल का दौरा (Heart Attack)– कारण, लक्षण और उपाय!
हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day 2024) मनाया जाता है. इसका मकसद लोगों को हृदय से जुड़े स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना है। हाल के दिनों मे आपने भी तमाम ऐसे फोटो-वीडियो देखे होंगे जिसमें चलते-फिरते, जिम करते, रेस्टोरेंट में खाते हुए लोगों को हार्ट अटैक (Heart Attack) आ जा रहा है। कुछ साल पहले तक हार्ट अटैक(Heart Attack) को बुजुर्गों की बीमारी कहा जाता था, लेकिन अब युवाओं को भी हार्ट अटैक (Heart Attack) या कार्डिएक अरेस्ट आ रहा है।
आखिर क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक (Heart Attack) के मामले, आज हम अपने लेख में इसी पर विस्तार से चर्चा करेंगे, तो आइये शुरू करते हैं।
कई बार हम थकान, साइन में दर्द या जायदा गर्मी जैसे लक्षणों को नजरअंदाज करदेते है | अक्सर हमें लगता है के यह एसिडिटी या अच्छी नींद न लेने की वजह से हो रहा है | लेकिन हमें यह जान लेना चाहिए की यह लक्षण दिल के दौरे (Heart Attack) का संकेत भी हो सकता है | दिल की समस्यायों को भी हलके में नहीं लेना चाहिए, क्यूंकि यह सीधा आपकी जान से जुड़ा हुवा मामला है |
जैसे ही आपको हार्ट अटैक (Heart Attack) के लक्षण महसूस हो, तुरंत किसी अनुभवी कार्डिओलॉजिस्ट (Cardiologist) से संपर्क करने की सलाह दी जाती है | वह आपको इस स्तिथि के बारे में सही जानकारी देकर आपकी जान बचाने में मदद कर सकते है |
दिल का दौरा (Heart Attack) क्या है ?
दिल का दौरा जिसे हम हार्ट अटैक (Heart Attack) या मायोकार्डियल इंफार्क्शन भी कहते है, हृदय की एक आपातकालीन स्थिति होती है। इसमें हृदय तक जाने वाले रक्त प्रवाह में रुकावट आ जाती है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को भारी नुकसान भी पहुंचता है। यह तब होता है, जब कोरोनरी आर्टरी में ब्लाक बनने के कारण रक्त का थक्का जम जाता है। इस वजह से हृदय तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच जाता है और व्यक्ति की जान को गंभीर खतरा भी हो सकता है।
दिल का दौरा (Heart Attack) के प्रमुख लक्षण !
हर व्यक्ति में हार्ट अटैक (Heart Attack) के लक्षण अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जो ज्यादातर मामलों में देखे जा सकते हैं –
- सीने में दर्द या भारीपन, जो बांह, गर्दन या पीठ तक फैल सकता है।
- अचानक से सांस लेने में कठिनाई।
- बिना किसी शारीरिक मेहनत के अत्यधिक पसीना आना ।
- अत्यधिक थकान या चक्कर आना।
- पेट में दर्द या उल्टी जैसा महसूस होना।
उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिख़े, तो तुरंत चिकित्सीय मदद लें। सही समय पर इलाज से जीवन बचाया जा सकता हे।
दिल के दौरे (Heart Attack) के कारण!
दिल के दौरे के कई कारण होते हैं, जिनमें से मुख्य कारण हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्त्ति करने वाली कोरोनरी आर्टरी में रुकावट है। यह रुकावट अक्सर कोलेस्ट्रॉल जमाव के कारण होती है, जिससे हृदय की रक्त वाहिकाऍ संकुचित हो जाती है। इस रुकावट के पीछे कई कारण हो सकते है जैसे कि –
- रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल का जमाव।
- हाई ब्लड प्रेशर से हृदय पर अतिरिक्त दबाव।
- धूम्रपान से रक्त वाहिकाओं को नुकसान होना।
- डायबिटीज से हृदय रोग का खतरा बढ़ना।
- अधिक वजन से हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ना ।
- शारीरिक गतिविधि की कमी से हृदय रोग का खतरा बढ़ना।
- परिवार में हृदय रोग की फैमिली मेडिरल हिस्ट्री होना।
यह सभी कारण एथेरोस्क्लेरोसिस की स्थिति को जन्म देते हैं। जिससे आर्टरी की दीवारें मोटी और संकुचित हो जाती है, जिससे हृदय में रक्त का प्रवाह भी कम हो जाता है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) आने से पहले के संकेत!
हार्ट अटैक (Heart Attack) से पहले शरीर कुछ संकेत देता है, जिन्हें हमें गंभीरता से लेना चाहिए। इनमें शामिल है –
- सीने में दर्द या भारीपन, जो एसिडिटी जैसा महसूस हो सकता है।
- बाएं हाथ, गर्दन या जबड़े में दर्द।
- सांस लेने में कठिनाई।
- अत्यधिक पसीना आना, चाहे आप ठंडे माहौल में ही क्यों न हो।
- चक्कर आना और अत्यधिक थकान।
- पेट में दर्द या उल्टी जैसा महसूस होना।
अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और इलाज लें।
हार्ट अटैक (Heart Attack) से बचने के उपाय!
दिल का दौरा (Heart Attack) से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं जैसे कि-
- धुम्रपान छोड़े, इससे दिल की बीमारिय़ों का खतरा कम होगा।
- स्वस्थ एवं संतुलित आहार लें, जिसमे फल, सब्जियां और स्वस्थ वसा शामिल हो।
- नियमित व्यायाम करें और शारीरिक गतिविधि को जीवन का हिस्सा बनाएं।
- बलड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का प्रबंधन करें। (जांच करते रहे)
- तनाव को कम करें, इसके लिए योग और ध्यान करे।
- नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
हार्ट अटैक (Heart Attack) आने पर प्राथमिक उपचार!
यदि किसी को दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने का संदेह हो, तो तुरंत आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें और इन कदमों का पालन करे-
दिल का दौरा (Heart Attacks) पड़ने पर प्राथमिक उपचार
step1
पेशेंट को आरामदायक स्थिति में बैठाएं और आराम करने को कहें।
step2
टाइट कपड़ों को ढ़ीला करें और दिल की दवा के बारे में पूछे।
step 3
अगर व्यक्ति बेहोश है और सांस नही ले रहा है, तो तुरंत सीपीआर देना शुरू करें।
step 4
यदि व्यक्ति होश में हैं और निगलने में सक्षम है, तो उसे एस्पिरिन दें। इससे रक्त के थक्के के जोखिम को कम किया जा सकता है।
step 5
व्यक्ति को आश्वस्त करें और उन्हें शांत रखें, क्योंकि तनाव से दिल का दौरा (Heart Attack) पड सकता है और स्थिति गंभीर हो सकती है।
step 6
व्यक्ति की सांस और पल्स की निगरानी करें, और यदि आवश्यक हो तो सीपीआर देते रहें।
ध्यान रखें, हार्ट अटैक (Heart Attack) एक गंभीर स्थिति है, और समय पर इलाज से जीवन बचाया जा जाता है।
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हार्ट अटैक (Heart Attack) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
हार्ट अटैक (Heart Attack) के मुख्य लक्षण क्या है?
हार्ट अटैक (Heart Attack) के मुख्य लक्षणों में सीने में दर्द या दबाव, सांस फूलना, पसीना आना बाएं हाथ, कंधे या जबड़े में दर्द शामिल हैं। कुछ लोंगो को पेट में गैस जैसा महसूस हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नही करना चाहिए।
हार्ट अटैक (Heart Attack) आने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए?
अगर किसी को हार्ट अटैक (Heart Attack) के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं या एंबुलेंस की मदद ले। मरीज को Disprin या Aspirin की गोली चबाकर दी जा सकती है, और अगर Sorbitrate है तो इसे जीभ के नीचे रखे।
हार्ट अटैक (Heart Attack) के बाद कौन सा इलाज सबसे बेहतर है?
हार्ट अटैक (Heart Attack) के इलाज में Primary Angioplasty सबसे प्रभावी है। इसमें ब्लॉकेज को खोलकर स्टेंट डाला जाता है ताकि रक्त प्रवाह सामान्य हो सके। यदि यह सुविधा उपलब्ध न हो, तो Clot Dissolving Therapy का उपयोग किया जाता है।
क्या Angioplasty के बाद जीवन सामान्य हो सकता है?
जी हां, Angioplasty के बाद उचित देखभाल, नियमित दवाएं, संतुलित आहार, व्यायाम और डॉक्टर की सलाह के पालन से जीवन सामान्य हो सकता है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं ?
स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें, धुम्रपान और शराब से दूर रहे, ब्लड प्रेशर और सुगर को नियंत्रित रखें और तनाव का प्रबंधन करें। नियमित स्वास्थ्य जांच भी जारी है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) किस साइड होता है?
हार्ट अटैक (Heart Attack) का दर्द ज्यादातर बाईं तरफ महसूस होता है, लेकिन यह दाई तरफ या सीने के बीच में भी हो सकता है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) का दर्द कैसा होता है ?
यह दर्द दबाव, भारीपन या कसावट जैसा महसूस होता है और कभी-कभी बाएं हाथ, कंधे या जबड़े तक फैल सकता है।
चेतावनी – उपर आपने लेख में जो कुछ भी पढ़ा, यह एक सामान्य एवं प्रारंभिक जानकारी है, किसी को ऐसा कुछ प्रतित होता है तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले और तभी कोई दवाई का सेवन करें।